Film Tourism -Tourism Rajasthan

Welcome to Rajasthan Tourism

फिल्म

पर्यटन

विश्व के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक राजस्थान का सिनेमा में भी सर्वाधिक वर्चस्व रहा है। बड़ी सफल फिल्मों के भारी बजट से लेकर कम बजट वाले वृतचित्रों (डॉक्यूमेंट्री) के लिए फिल्मकारों को राजस्थान विभिन्न आकर्षक स्थल और सभी सुविधाएँ प्रदान करता है। भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों फिल्मकारों जैसे क्रिस्टोफर नोलन,वेस एंडरसन, संजय लीला भंसाली, करन जौहर आदि के लिए यह सर्वाधिक पसंदीदा जगह रही है।

Pointer
  • बद्रीनाथ की दुल्हनिया (2017)

    बद्रीनाथ की दुल्हनिया (2017)

    वर्ष 2017 में प्रदर्शित हुई फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया एक रोमांटिक कॉमेडी है जो पितृसत्तात्मक समाज और रूढ़िवादी मान्यताओं के विरोध में है । कोटा की लड़की वैदेही (आलिया भट्ट द्वारा निभाई गई भूमिका) उन सपनों को देखती है जो रूढ़ियों के खिलाफ होते हैं। फिल्म यथार्थ जीवन में युवा लड़कियों के संघर्षों को और शानदार तरीके से उसके हल को दिखाती है। ये फिल्म समाज की सोच बदलने की एक नई शुरुआत मानी जा सकती है। बड़े पैमाने पर यह फिल्म देश के कोचिंग केंद्र कोटा और राजस्थान की राजधानी जयपुर में फिल्मांकित की गई है। कोटा और कोटा के आसपास कई खूबसूरत स्थानों को ,जिनमें किशोर सागर झील, जग मंदिर , सेवन वंडर्स पार्क (जो विश्व के 7 आश्चर्यों के प्रतिरूप हैं), सरकारी जानकी देवी बजाज गर्ल्स कॉलेज रोड, घटोत्कच सर्किल आदि हैं , आप इस फिल्म में देख सकते हैं । इन दृश्यों में कोटा के आकर्षण को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में दिखाया गया है।

  • आई (2015)

    आई (2015)

    एक तमिल फिल्म “आई” में रोमांचक कहानी के साथ,इसके कुछ हिस्सों में दर्शाया गया शानदार मेहरानगढ़ किला, जोधपुर के क्षितिज से 125 मीटर ऊपर स्थित हैI जोधपुर शहर की बेमिसाल नीले रंग की पृष्ठभूमि का चित्रण करते हुए, “आई” फिल्म शाही प्रदेश के सर्वोत्तम स्थलों में से एक मेहरानगढ़ किले के अनुपम ऐश्वर्य की झलक दिखाती है। ऐतिहासिक कहानियों और किंवदंतियों से भरपूर इस किले में अभी भी पुराने समय के तोपखाने के हमलों की छाप अंकित है । अपने जटिल अंतरंग के लिए विख्यात मेहरानगढ़ का जादू तब तक नहीं समझा जा सकता है जब तक आप स्वयं इसका अनुभव नहीं करते।

  • बजरंगी भाईजान (2015)

    बजरंगी भाईजान (2015)

    सलमान खान की भूमिका से सजी हिंदी फिल्म, बजरंगी भाईजान एक ऐसी फिल्म थी, जिसने दर्शकों के ह्रदयों को उत्साह से भर दिया । अलग -अलग दृश्यांकन में राजस्थान के झुंझनु जिले में स्थित अद्भुत छोटे शहर मांडवा को दिखाती यह फिल्म हमारी धड़कनों में इस स्थान के पुराने विश्व आकर्षण को जगाती है। राजस्थान के सुरम्य नगरों के आकर्षक स्थानीय रंग का आभास कराता मांडवा, एक सुंदर तस्वीर बनाता है जिसमें लहलहाते हरे खेत, खुशनुमा घर, पुरानी घुमावदार सड़कें हैं और जहाँ आज भी उमंग से मिलते हुए लोग हैं।

  • गाइड (1965)

    गाइड (1965)

    विख्यात शख्सियत देव आनंद और सुंदर वहिदा रहमान अभिनीत एक आकर्षक फिल्म, “गाइड” अपने कलाकारों के अविस्मरणीय अभिनय के साथ आपको हर बार देखने पर प्रभावित करती है। एक यादगार प्रेम गीत जो आज भी ह्रदयों में तड़प पैदा कर देता है- आज फिर जीने की तमन्ना है.... । राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किले में इसका फिल्मांकन किया गया है। राजपूत जुनून, वीरता और ज़ज्बे का प्रतीक, चित्तौड़गढ़ किला 700 एकड़ में फैला हुआ है और अतीत के किस्सों से भरा हुआ है.गाइड का यह सलोना गीत ठीक ही चित्तौड़गढ़ की भव्यता को व्यक्त करता है- जो कभी झुका नहीं है।

  • ये जवानी है दीवानी (2013)

    ये जवानी है दीवानी (2013)

    इस हिंदी फिल्म के अन्तराल के बाद के भाग को कौन भूल सकता है, जो शानदार राजस्थान में विवाह करने की इच्छा को प्रबल करता है। उदयपुर की बागौर की हवेली में फिल्मांकित यह फिल्म ऐश्वर्ययुक्त रंग, जीवंत माहौल और राजस्थान की अनुपम सुंदरता को दर्शाती है। बागौर की गौरवमयी हवेली का अनूठा आकर्षण ,गहन आंतरिक सज्जा, कांच और शीशे का काम इस फिल्म की भव्यता रचते हैं।

  • बाजीराव् मस्तानी (2015)

    बाजीराव् मस्तानी (2015)

    इस पीरियड ड्रामा में एक महान प्रेम कहानी प्रदर्शित की गई है, जो इसकी जानदार लोकेशन के कारण और भी विख्यात हो गई।बाजीराव मस्तानी फिल्म के कुछ दृश्यों का जयपुर के शानदार आमेर महल में फिल्मांकन किया गया है।अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पर फिल्माए प्रसिद्ध गीत, रंग दो मोहे लाल आमेर महल के अंदरूनी हिस्से की अद्भुत स्थापत्यकला को खूबसूरती से दर्शाती हैं। लाल बलुआ पत्थर और श्वेत संगमरमर से बना, अति सुंदर आमेर महल राजपूत और मुगल वास्तुकला और संरचना दोनों का अद्भुत मिश्रण है। आमेर महल की सुंदरता और जादू का अनुभव करने के लिए जयपुर की यात्रा करें!

  • मंगरू माले 2 (2016)

    मंगरू माले 2 (2016)

    2016 में प्रदर्शित एक ही नाम की सफल फिल्म की सीक्वल(उत्तरकृति) वाली यह कन्नड़ फिल्म राजस्थान में सड़क यात्रा की एक शानदार दृश्यावली रचती है , जो निश्चित रूप से आपको शाही प्रदेश में अपनी सड़क यात्रा की योजना बनाने के लिए प्रेरणा देगी I इस फिल्म में जयपुर, जैसलमेर, बीकानेर और जोधपुर में खूबसूरती से फिल्मांकित किये गए दृश्य के माध्यम से राजस्थान के रंग ,साहस और संस्कृति का संसार छलकता है I

  • दिल्ली 6 (2009)

    दिल्ली 6 (2009)

    फिल्म दिल्ली 6 में जयपुर जिले की एक छोटी सी नगरी सांभर में दिल्ली की पुरानी दुनिया की पुरानी घुमावदार गलियों का आकर्षण बेहद खूबसूरत तरीके से दिखाया गया है। आकर्षक स्थापत्य , रंगीन घुमावदार गलियां और सड़कों जैसे स्थानीय तत्वों को अद्भुत रूप से समाहित करती ये फिल्म राजस्थान के छोटे-छोटे कस्बों की संस्कृति और सुंदरता को दर्शाती है।

  • रंग दे बसंती (2006)

    रंग दे बसंती (2006)

    आधुनिक युग में भारतीय सिनेमा के सर्वोत्तम योगदानों में से एक, रंग दे बसंती आपको अपने एक शानदार गीत के माध्यम से राजस्थान की निराली झलक दिखलाती है जिसका परिदृश्य देख बरबस लगता है कि काश हम भी यहाँ हों। जयपुर के नाहरगढ़ किले पर फिल्माया दृश्य , इस अद्भुत किले की भव्यता को दर्शाता है जो गुलाबी शहर के लिए गर्वीली उत्तरी पृष्ठभूमि रचता है। नाहरगढ़ किला शाही परिवार के लिए गर्मियों का प्रवास स्थल रहा है और दुश्मनों के हमले से आमेर की रक्षा करने के लिए जाना जाता है।

  • दी बेस्ट एक्सॉटिक मैरीगोल्ड होटल

    दी बेस्ट एक्सॉटिक मैरीगोल्ड होटल

    इस फिल्म में, सिनेमा के कुछ प्रतिभाशाली कलाकारों के जानदार अभिनय से प्रभावित होकर आप अपना बैग लेकर तुरंत राजस्थान आना चाहेंगे।जयपुर और उदयपुर में इसकी शूटिंग की गई है। फिल्म इन दोनों शहरों के स्थानीय रंग में बखूबी रंगी हुई है-स्थानीय बाजारों, रिक्शा, मोटरबाइक्स, ऊंट, फूल बाजारों में महकती जास्मिन और केसर, जनता बाजार, पन्ना मीना कुंड, बावड़ी , जलेब चौक, झील पिछोला और भी बहुत कुछ ! विरासत संपत्ति नारायण निवास पैलेस को शाही वायसरॉय क्लब, मेवाड़ के रावला खेमपुर एक ग्रामीण होटल के रूप में दिखाया गया है।

  • दी दार्जलिंग लिमिटेड

    दी दार्जलिंग लिमिटेड

    राजस्थान का इतना लाजवाब विस्तृत चित्रण शायद ही कहीं ओर किया गया है क्योंकि यह वेस एंडरसन के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में ही संभव दिखता है।दी दार्जिलिंग लिमिटेड भारत भर में तीन अलग-अलग भाइयों की यात्रा करने की कहानी बताती है।'झीलों का शहर' उदयपुर का विस्तृत सौंदर्य और वास्तुकला, और जोधपुर के रेगिस्तान की सुनहरी रेत आपको मदहोश कर देगी और वही सौंदर्य बोध कराएगी जैसा इस फिल्म के निर्देशक को हुआ जब उन्होंने राजस्थान देखा था ।

  • द डार्क नाईट राईज

    द डार्क नाईट राईज

    जोधपुर के शानदार मेहरानगढ़ किले को क्रिस्टोफर नोलन की बैटमैन के अंत में एक महत्वपूर्ण लोकेशन के रूप में चुना गया था। इस फिल्म में दो महत्वपूर्ण दृश्यों को किले में और उसकी राजसी पृष्ठभूमि में फिल्माया गया और मेहरानगढ़ के अनुपम स्थापत्य का शानदार रूप दर्शाया गया ।

  • आक्टोपसी

    आक्टोपसी

    वर्ष 1983 में फिल्म आक्टोपसी में जेम्स बॉन्ड की भूमिका में रॉजर मूर ने राजस्थान में शूटिंग की।इस फिल्म ने राजस्थान को हॉलीवुड की पसंदीदा जगहों की सूची में शामिल कर दिया। उदयपुर में शानदार लेक पैलेस होटल और सुरम्य पिछोला झील ने फिल्म आक्टोपसी की स्क्रिप्ट में एक अभिन्न हिस्सा निभाया । फिल्म का वह दृश्य याद कीजिये जहां बॉन्ड, एक मगरमच्छ के रूप में पानी में तैरते महल' तक आता है।फिल्म में जगमंदिर, मानसून पैलेस, लाल घाट और उदयपुर की अन्य सड़कों का भी दृश्यांकन किया गया था।

  • द फाल

    द फाल

    इस फिल्म में कठिन कार्य को आनंद से पूर्ण करते तरसीम सिंह का दृश्यांकन इतना प्रभावी है कि इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। और ये जहाँ फिल्माया गया था वह बात इसे और भी ज्यादा रोचक बनाती है । ली पेस द्वारा अभिनीत इस फिल्म में राजसी प्रदेश राजस्थान प्रमुख भूमिका निभाता है। सिटी पैलेस, उम्मेद भवन और चंद्र महल से जैसलमेर के प्रसिद्ध गोल्डन फोर्ट, लेक पैलेस और मेहरनगढ़ किला, उदयपुर से आभानेरी में चाँद बावड़ी में, यह फिल्म सफलतापूर्वक अपने बहुत से शॉट में राजस्थान की वास्तविक सुंदरता को कैद करने में सफल रही है।

  • हौली स्मोक !

    हौली स्मोक !

    पुष्कर को एक विश्व-स्तरीय स्थल के रूप में दुनिया के नक्शे पर रखने वाली , दुनिया भर में सराही गई इस बेहद प्रशंसित फिल्म में खूबसूरत केट विंसलेट ने मुख्य सितारे की भूमिका निभाई है।यह फिल्म सचमुच बेहद आकर्षक तरीके से पुष्कर की सुंदरता, रंग, लोगों और धार्मिकता को प्रस्तुत करने में सफल हुई है । पुष्कर दुनिया भर में दुनिया के सबसे बड़े पशु मेले का आयोजन करने वाले शहर के रूप में भी जाना जाता है।फिल्म में केट विन्सलेट का चरित्र एक भारतीय गुरु के प्रेम में पड़ जाता है और पुष्कर की खूबसूरत लोकेशन में यह प्यार परवान चढ़ता है।

  • वन नाईट विद द किंग

    वन नाईट विद द किंग

    इस फिल्म में राजाओं की भूमि राजस्थान के विराट कैनवास को विशाल रूप से फिल्माया गया।फिल्म वन नाईट विद द किंग के लिए राजस्थान की लोकेशन सर्वथा उपयुक्त थी।यह पौराणिक विदेशी फिल्म पीटर ओ टूल के द्वारा अभिनीत थी ।इसने राजस्थान की ऐतिहासिक भव्यता, रंग और विविध परिदृश्य को जीवित कर दिया। रेगिस्तान, महलों, किलों, बाजारों में दिखती राजस्थान की बेमिसाल छवि को इस फिल्म स्क्रीन पर बखूबी कैद कर लिया गया था।

  • द सेकंड बेस्ट एक्सोटिक मैरीगोल्ड होटल

    द सेकंड बेस्ट एक्सोटिक मैरीगोल्ड होटल

    लोकप्रिय कॉमेडी-नाटक की अगली कड़ी, फिल्म द बेस्ट एक्सोटिक मैरीगोल्ड होटल भी राजस्थान पर केन्द्रित थी। जयपुर में इसके मनोरम सेट लगे थे।फिल्म के कुछ भागों की शानदार पर्ल पैलेस हेरिटेज में शूटिंग संपन्न की गईं।राजस्थान के अपूर्व सौंदर्य,उदात्त भावना और गतिशीलता को कैमरे की नजर से कैद करते अन्य प्रमुख स्थानों में किला कनोता, जो फिल्म में वाइसरॉय क्लब के नाम से था , जनता बाजार के फूल बाजार और मेवाड़ के रावला खेमपुर, इस फिल्म के सितारे बने ।

  • सेंटर फ्रेश

    सेंटर फ्रेश

    स्वर्ण रेत के टीलों की गोद में बसा खीमसर गांव अंतहीन रेगिस्तान में एक मृगतृष्णा की तलाश जैसा है। यह ठेठ देहाती और आकर्षक गाँव सांस्कृतिक महत्व से भी जुड़ा है और इसकी सुंदरता को केंद्र में रखकर सेंटर फ्रेश के विज्ञापन में कैद कर लिया गया था। जो उमंग ,ताजगी और रोचक कहानी के साथ इस शानदार स्थान की उपस्थिति से संवरती है।

  • क्लोर्मिंट आईस

    क्लोर्मिंट आईस

    बीकानेर की झलक दिखता क्लोर्मिंट आईस का विज्ञापन, जिसमें एक आग फेंकने वाला क्लोर्मिंट आईस की ठंडक के साथ से शांत हो जाता है. 'ऊंट देश' नाम के उपनाम से जाना जाने वाला बीकानेर का सुनहरा विस्तार, लाल बलुआ पत्थर के किलों और महलों के साथ प्रतिष्ठित जीवन के लिए विख्यात है।

  • मारुति सर्विस स्टेशन

    मारुति सर्विस स्टेशन

    गोल्डन सिटी जैसलमेर, इसका सोनार किला, राजसी वास्तुकला, रंग और भव्यता इस विज्ञापन में जीवंत रूप में उभरा, क्योंकि उसने मारुति को अपने सर्विस स्टेशन की क्षमताओं और पहुंच प्रदर्शित करने के लिए एक पृष्ठभूमि का निर्माण किया।

  • झीलों के शहर में शाही विवाह का विचार (सिटी ऑफ़ लेक वेडिंग कांसेप्ट)

    झीलों के शहर में शाही विवाह का विचार (सिटी ऑफ़ लेक वेडिंग कांसेप्ट)

    राजस्थान शादियों के बारे में हमेशा शीर्ष स्थान रहा है। यहाँ स्थानीय और राजसी प्रतिबिम्ब और प्रभाव का सुंदर मिश्रण है। झीलों के शहर के प्रिय उपनाम से विख्यात उदयपुर और यह विवाह की छोटी सी फिल्म शहर उदयपुर की गौरवशाली दमक को अपने कैमरे में खूबसूरती से कैद करती है । पहली बार बड़े पैमाने पर एक लाइव इवेंट पर फिल्म बनाई गई है, जो यह सुनिश्चित करती है कि हर कोई उदयपुर में विवाह करने का सपना सजाता है।

  • सियाराम

    सियाराम

    सियाराम के इस विज्ञापन में विख्यात खिलाड़ी बोरिस बेकर भव्य सामोद महल के भीतर क्रिकेट खेलते हैं और उन्हें हवेली के आकर्षक झरोखे से राजस्थानी परिवेश में सजी प्रसिद्ध अभिनेत्री दीया मिर्जा उत्सुकता से देख रही हैं। बड़े पैमाने पर यह दृश्य बड़ी रमणीयता से चौमू और महल को दिखाता है । सियाराम के दिल को छू लेने वाले भाव प्रबल संगीत और प्रस्तुति कमिंग होम संदेश(घर लौट आओ ) के विज्ञापन को देख कितने ही लोगों को राजस्थान में आने का न्यौता दिया है ।

  • फेविकोल

    फेविकोल

    फेविकोल के इस लाजवाब विज्ञापन में अनूठी विचारधारा (आईडिया)का बेमिसाल प्रस्तुतीकरण हुआ है । इसका फिल्मांकन जैसलमेर में हुआ था। जैसलमेर की धूल भरी, सुनहरी रेगिस्तानी सड़कों पर एक बस गुजरती है। और इसकी छत पर पारंपरिक रंगबिरंगे राजस्थानी परिधान में सजे लोगों को फेविकोल मजबूती से टिकाती है। यह आज तक की भारत की सबसे प्रतिष्ठित विज्ञापन फिल्मों में से एक गिनी जाती है और राजस्थान के अद्भुत इलाके और आबादी की सुन्दरता दिखाती है।

बहुरंगी राजस्थान की विविधता न केवल पर्यटकों बल्कि फिल्म निर्माताओं को भी आकर्षित करती है। क्या आप सुनहरी रेत के टीलों में एक दृश्य फिल्मांकित करने के इच्छुक है? राजस्थान में सब कुछ संभव है। रंगबिरंगे बाजारों के रोमांच को कैमरे में कैद करना चाहते हैं? एक प्रेम दृश्य के लिए एकदम शानदार राजसी पृष्ठभूमि आपको यहीं मिलेगी। आप अनेक किलों, महलों, विरासत होटल और झीलों में से चुनाव कर सकते हैं । चाहे आप भव्य, महान कार्य या एक साधारण, ग्रामीण वृत्तचित्र का फिल्मांकन (शूट) करना चाहते हों, राजस्थान के विविध स्थल यह सुनिश्चित करते हैं कि यहां हर किसी के लिए कुछ है।

Pointer
  • उदयपुर

    उदयपुर

    उदयपुर 'वेनिस ऑफ द ईस्ट' के नाम से भी जाना जाता है। झील शहर उदयपुर कला और शिल्प का केंद्र है। पिछोला झील के मध्य में स्थित प्रसिद्ध झील पैलेस उदयपुर की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। उदयपुर में जयसमंद झील है, जो एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। सुंदर सिटी पैलेस और सज्जन गृह (मॉनसून पैलेस) शहर के वास्तुशिल्प सौंदर्य और भव्यता के प्रतीक हैं।

    खोजे
  • पुष्कर

    पुष्कर

    भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक पुष्कर अजमेर के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थल शांत शहर पुष्कर में हजारों पर्यटकों और भक्त आते हैं । 510 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पुष्कर तीनों ओर से पहाड़ी से घिरा हुआ है। 'नाग पहाड़' ,अजमेर और पुष्कर के बीच एक प्राकृतिक सीमा है। 'राजस्थान का गुलाब उद्यान' के रूप में जाना जाता प्रसिद्ध पुष्कर के गुलाब का सार दुनिया भर में निर्यात किया जाता है। एक दिलचस्प पौराणिक इतिहास के साथ, कालातीत स्थापत्य विरासत की विरासत पुष्कर को एक आकर्षक शहर बनाती है।

    खोजे
  • सवाई माधोपुर

    सवाई माधोपुर

    राजस्थान के पूर्वी इलाके में घूमते हुए, सवाई माधोपुर राजस्थान के प्रमुख महानगरों में से एक है। लोकप्रिय रूप से 'रणथंभौर के लिए गेटवे' के रूप में जाना जाता है। शहर में कई ऐतिहासिक एपिसोड फिल्माए गये हैं। सवाई माधोपुर में मैदानी और पहाड़ी इलाके हैं।

    खोजे
  • नागौर

    नागौर

    नागौर राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी मारवाड़ क्षेत्र में स्थित है। यह थार रेगिस्तान के वन क्षेत्र के साथ है। इस जिले के दक्षिण पूर्वी हिस्सों में शानदार अरावली पर्वतमाला है, जबकि भारत की सबसे बड़ी नमक झील, 'सांभर झील' जिले के दक्षिण-पश्चिमी कोने में स्थित है।

    खोजे
  • कोटा

    कोटा

    चंबल नदी के तट पर स्थित, कोटा शहर चित्रकला, महलों, संग्रहालयों और आस्था स्थलों की विशिष्ट शैली के लिए प्रसिद्ध है। कोटा शहर अपने वास्तुशिल्प सौंदर्य के लिए पूरी दुनिया में अच्छी तरह से जाना जाता है जिसमें सुंदर महल, मंदिर और संग्रहालय शामिल हैं, जो कि अतीत की भव्यता को प्रदर्शित करते हैं।

    खोजे
  • चित्तौड़गढ़

    चित्तौड़गढ़

    चित्तौड़गढ़ नाम इनकी अपनी सबसे भव्य संरचना के नाम पर रखा गया है।चित्तौड़गढ़ किला, जो 180 मीटर ऊंचा पहाड़ी पर खड़ा है और 700 एकड़ में फैल गया है।

    खोजे
  • जोधपुर

    जोधपुर

    जोधपुर, राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर लोकप्रिय है जो ब्लू सिटी के रूप में जाना जाता है ।यह नाम उचित है क्योंकि अधिकांश वास्तुकला - किलों, महलों, मंदिरों, हवेली और यहां तक ​​कि घर भी चमकीले नीले रंग में बनते हैं। मेहरानगढ़ के विशाल भव्य किला यहाँ की शान है।

    खोजे
  • झालावाड़

    झालावाड़

    झालावाड़ जिसे एक बार बुर्जनगर कहा जाता था, वनस्पतियों और जीवों के अपने समृद्ध प्राकृतिक धन के लिए जाना जाता है। राजस्थान के अन्य शहरों के विपरीत, झालावाड़ एक चट्टानी लेकिन जल से भरपूर हरा –भरा क्षेत्र है। लाल अफीम के खेतों और नारंगी से लदे हुए बगीचे झालावाड़ में बिखरे हुए हैं, जो रंगबिरंगा दृश्य रचते हैं । इस स्थान की विविध सांस्कृतिक विरासत में राजपूत और मुगल काल के कई किले और महल शामिल हैं। यह बड़ी संख्या में मंदिरों और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।

    खोजे
  • जैसलमेर

    जैसलमेर

    जैसलमेर शहर पश्चिमी राजस्थान (और भारत) की सीमा के रूप में कार्य करता है। यह 'गोल्डन सिटी' पाकिस्तान सीमा के करीब स्थित है और थार रेगिस्तान के निकट है। शहर का सबसे प्रमुख मील का पत्थर जैसलमेर का किला है, जिसे सोनार किला (गोल्डन फोर्ट) भी कहा जाता है। भारत के अधिकांश अन्य किलों से अलग जैसलमेर के किले मात्र पर्यटन आकर्षण ही नहीं हैं ,इनके भीतर दुकानें, होटल और प्राचीन हवेलियाँ (घर) आज भी मौजूद हैं जहाँ पीढ़ी दर पीढ़ी लोग रहते आ रहे हैं ।

    खोजे
  • जयपुर

    जयपुर

    राजस्थान की राजधानी, एक महानगर के सभी फायदे के साथ अपने प्राचीन इतिहास के आकर्षण को जोड़ती है। हलचल आधुनिक शहर स्वर्ण त्रिकोण के तीनों कोनों में से एक है जिसमें दिल्ली, आगरा और जयपुर शामिल हैं। गुलाबी रंग का रंग शहर शानदार देखने के लिए बनाता है जयपुर और मोती दोओगड़ी के किलों की पृष्ठभूमि के पीछे जयपुर का भव्य रूप से उदय हो गया।

    खोजे
  • डूंगरपुर

    डूंगरपुर

    "उत्तर पूर्व में हर्ष और जंगली और दक्षिण-पश्चिम के उपजाऊ मैदानों में जीवन के साथ घूमती है, यह दो नदियों, माही और सोम द्वारा सिंचित है। डूंगरपुर के पर्यटन की प्रसिद्धि में वृद्धि अपने महलों और शाही घरों की असाधारण वास्तुकला के लिए धन्यवाद है ये पत्थर ढांचे को 'जरोखा' (खिड़कियां) से सजाया गया है और एक शैली में बनाया गया है जो महाराज शिव सिंह (1730-17 85 ईस्वी) के समय पैदा हुआ था। "

    खोजे
  • बूंदी

    बूंदी

    बूंदी - पुरुषों की बजाय goblins का काम बुंदी कोटा से लगभग 36 किलोमीटर की दूरी पर एक शानदार शहर है। महलों और किलों के साथ बिंदीदार, इस जगह पर इसके बारे में एक परी कथा गुणवत्ता है। बुन्दी का आकर्षण अपने स्थान पर स्थित है- अरावली रेंज और नदियों की ओर से नारंगी, अमरूद, अनार और आम के पेड़ों के बागानों के किनारे रहते हैं और कपास, जौ और गेहूं के खेतों में खड़े होते हैं। भीड़ से दूर स्थित, यह साधारण ग्रामीण लोक है जो बुंदे को लुभाने वाला है।

    खोजे
  • बीकानेर

    बीकानेर

    बीकानेर के बारे में एक अनूठी पहलू रेत के टीले हैं जो जिले में फैले हुए हैं, खासकर उत्तर-पूर्व से दक्षिणी इलाके तक। बीकानेर राजस्थान के उत्तरी क्षेत्र में स्थित है। पहले स्थापित शहरों में से एक, बीकानेर अभी भी महल और किलों के माध्यम से अपनी लाल धनुषाह का निर्माण करता है, जो कि समय के बीतने से बच गए हैं। शहर में दुनिया के कुछ बेहतरीन सवारी वाली ऊंटों का दावा है और इसे उपयुक्त नाम 'ऊंट देश' है। यह दुनिया के सबसे बड़े ऊंट अनुसंधान और प्रजनन खेतों में से एक है; साथ ही देशनोक में करनी माता को समर्पित अपनी स्वयं का अद्वितीय मंदिर होने के लिए जाना जाता है, जिसे चूहे मंदिर कहा जाता है।

    खोजे
  • भरतपुर

    भरतपुर

    भरतपुर दुनिया के सबसे प्रसिद्ध पक्षी देखे जाने वाले स्थलों में से एक है, केवलादेव घाना नेशनल पार्क (केएनपी)। 250 साल पहले, तत्कालीन शासक ने तटबंधों का निर्माण किया था, जो इस जमीन के बाढ़ के कारण इसे मस्तूल में बदल दिया था। घने जंगल के नाम पर एक पुराने शिव मंदिर से घिरा हुआ है, यह 29 वर्ग किलोमीटर मानव निर्मित आर्द्रभूमि प्रवासी पक्षियों - बतख, हंस, विल्डर, रैप्टर्स, फ्लाइटकैचर और अधिक के लिए प्रसिद्ध है। सर्दियों में, शौकीन पक्षी पक्षी और पक्षीविज्ञानी पंख वाले सुंदरियों का पालन और अध्ययन करने के लिए पार्क में झुंडते हैं। 370 से ज्यादा की गई प्रजातियों के साथ, केएनपी ने साइबेरियाई क्रेन की मेजबानी भी की थी। यह एक विश्व विरासत स्थल है

    खोजे
  • बाड़मेर

    बाड़मेर

    28,387 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के कब्जे में, बाड़मेर राजस्थान के बड़े जिलों में से एक है। राज्य के पश्चिमी भाग में होने के कारण, इसमें थार रेगिस्तान का एक हिस्सा शामिल है। जैसलमेर इस जिले के उत्तर में है जबकि जालोर दक्षिण में है। पाली और जोधपुर अपनी पूर्वी सीमा का निर्माण करते हैं और यह पाकिस्तान के साथ पश्चिम में सीमा को साझा करता है। एक ऊंट व्यापार मार्ग के बाद, यह क्षेत्र शिल्प से समृद्ध होता है जिसमें लकड़ी की नक्काशी, मिट्टी के पात्र, कढ़ाई का काम और अजरक प्रिंट शामिल हैं।

    खोजे
  • बांसवाड़ा

    बांसवाड़ा

    जिला मक्का, गेहूं, चावल, कपास सोया बीन और पूरे केंद्रीय और पश्चिमी क्षेत्रों को कवर ग्राम के उपजाऊ मैदानों के साथ विभिन्न भौगोलिक मिश्रणों का मिश्रण है, जबकि अरविल्ज़ रेंज पूर्वी हिस्से को बना देती है। अमीर सागौन जंगलों और आम, खजूर (तिथि) और महुआ वृक्ष विभिन्न वन्यजीवों के लिए घर हैं। आर्कुना के पुरातात्विक महत्व ने इसे बनसवाड़ा के प्रमुख आकर्षणों में से एक बना दिया है।

    खोजे
  • अलवर

    अलवर

    अरावली रेंज के हरे पहाड़ियों की गोद में बसे, यह सुंदर महलों का घर है और एक युग से किलों लंबे समय तक चले गए हैं। पहाड़ियों की गहरी घाटियों और घने वन आच्छादन पक्षियों की कई प्रजातियों के लिए एक स्वर्ग है, जैसे कि ग्रे आर्ट्रिज और श्वेतग्रस्त किंगफिशर और प्राणियों, विशेषकर बंगाल टाइगर और स्वर्ण जैक। शांत झीलों, शाही शिकार शैले, घने जंगलों और सामाजिक-सांस्कृतिक वातावरण के साथ-साथ किसी भी अन्य के विपरीत, यह शानदार और अति सुंदर वास्तुकला है।

    खोजे
  • अजमेर

    अजमेर

    अजमेर के शहर 'अजय मेरु' से इसका नाम मिलता है मोटे तौर पर अनुवादित, इसका अर्थ है 'अजेय हिल्स' अजमेर प्रसिद्ध दरगाह शरीफ का घर है, जो ग़रीब नवाज के मकबरे रखता है, जिसे सूफीवाद के चिस्ती आदेश के संस्थापक मोइनुद्दीन चिस्ती के नाम से भी जाना जाता है। अजमेर भी मेयो कॉलेज के लिए जाना जाता है, जो देश के पहले स्कूलों में से एक था, जो शिक्षा के ब्रिटिश शैली के लिए एक कदम पत्थर था। यह हिंदुओं और मुसलमानों के लिए एक पवित्र शहर भी है और इतिहास और संस्कृति और सुंदरता का केंद्र बनने के लिए प्रसिद्ध है।

    खोजे
  • गार्डन

    गार्डन

    राजस्थान के अन्यथा हलचल कस्बों और शहरों के बीच में हरे रंग की खूबसूरत, सुरम्य पैच, बगीचों की एक विशाल सरणी एक ही तरह के लोगों और यात्रियों को राहत देने का एक क्षण प्रदान करती है। रंगीन, जीवंत फूलों और पूरी तरह से सुव्यवस्थित लॉन के साथ बिंदीदार, राजस्थान के बगीचे देखने के लिए एक नजर हैं इसके सबसे लोकप्रिय और सबसे सुंदर उद्यान में से कुछ में डीग और एसहिहिओन की बाड़ी शामिल हैं, जो अपने आस-पास के स्थानीय सार को खूबसूरती से कब्जा करते हैं।

  • अरावली रेंज

    अरावली रेंज

    राजसी अरावली पर्वत श्रृंखला पश्चिमी भारत के एक बड़े हिस्से में फैलती है, जिसमें शाही राज्य भी शामिल है, जिससे यह सुन्दर दिखता है। हरे भरे हरियाली, चमकदार झीलों और गहरे घाटियों और जंगलों के आश्चर्यजनक दृश्यों के साथ पूर्ण, बीहड़ पर्वत श्रृंखला फोटोग्राफी में रुचि रखने वालों के लिए एक सुंदर पृष्ठभूमि और आकर्षक अवसर प्रदान करता है।

  • वनस्पति और जीव

    वनस्पति और जीव

    प्रकृति प्रेमियों के लिए, वनस्पति और जीवों के संदर्भ में राजस्थान में बहुत कुछ है राजसी बाघ के लिए घर, शानदार वनस्पतियों के साथ दुर्लभ पक्षियों और अन्य जानवरों की मेजबानी, राजस्थान की प्राकृतिक सुंदरता को विभिन्न प्रकार के राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्य जैसे रणथंभोर, भरतपुर और सरिस्का के दौरे के माध्यम से सबसे अच्छा अनुभव हो सकता है। प्रत्येक पार्क की पेशकश करने के लिए कुछ अद्वितीय है और एक अद्वितीय, यादगार अनुभव है जो आस-पास की सुंदरता से समृद्ध है।

  • झीलों और बांधों

    झीलों और बांधों

    राजस्थान के कई आकर्षक जल निकायों को अपनी प्राकृतिक सुंदरता में जोड़ना चित्रकारी बांध, कृत्रिम झीलों और बुझी पानी के झरने न केवल राजस्थान को सही दिखते हैं, बल्कि इसके पानी की जरूरतों को भी पूरा करते हैं। जैसलमेर में झील गडशीर, उदयपुर में पिचोला झील, उदयपुर में जियासमंद झील (एशिया की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील) और पुष्कर की पुष्कर झील, कुछ लोगों को नाम देने के लिए राजस्थान के सबसे आकर्षक पर्यटकों के आकर्षण शामिल हैं।

  • ऐतिहासिक संरचनाएं

    ऐतिहासिक संरचनाएं

    राजस्थान के इतिहास, वीरता, बहादुरी और जुनून सभी राज्य के किले, सुंदर मंदिरों, आश्चर्यजनक कदम-कुएं और अति सुंदर महलों में राजसी ढांचे में दिखाई देते हैं। मुगल और राजपूत वास्तुकला शैली से प्रेरित, इन ऐतिहासिक संरचना राजस्थान को एक विलक्षण, पुरानी और बहुत ही प्रामाणिक रूप और अनुभव देते हैं। राजस्थान में कुछ लोकप्रिय ऐतिहासिक संरचनाओं में बीकानेर के जूनागढ़ का किला, चित्तौड़गढ़ में चित्तौड़गढ़ किला और जोधपुर में मेहरणगड किला शामिल हैं। रहस्यों से भरा हुआ और इतिहास और कथाओं के साथ एम्बेडेड, राजस्थान के ऐतिहासिक संरचनाओं सदियों पहले स्थापत्य चमत्कारों के उदाहरण हैं।

  • रेत के टीले

    रेत के टीले

    उज्ज्वल नीले आकाश के खिलाफ स्वर्ण रेत का सेट, थार रेगिस्तान के रेत की टीलों ने राजस्थान के मोनिकर को डेजर्ट राज्य के लिए पूर्ण न्याय प्रदान किया। हवा की हर गड़बड़ी के साथ अक्सर उनके स्वरूप को बदलते हुए, वे प्रकृति के जादू के लिए एक वसीयतनामा हैं एक फोटोग्राफर का प्रसन्नता, इन रेत टिब्बे में अन्यथा बर्खास्त भूमि दिन के दौरान एक झिलमिलाहट, शानदार दिखने देती है। रात के समय में समान रूप से मंत्रमुग्ध कर रहे हैं, रेत की टिब्बा आंखों के साथ अपने पलंगों के आंदोलनों और प्राकृतिक सुंदरता के साथ एक इलाज है।

राजस्थान उत्पादन घरों से सुसज्जित है, जो आपकी फिल्म शूट के लिए आपके पास हर आवश्यकता को पूरा करेगा। यह एक हॉलीवुड परियोजना, एक विज्ञापन फिल्म, एक बॉलीवुड फिल्म, क्षेत्रीय सिनेमा या दस्तावेजी रहें, वे आपको सभी फिल्मों के सभी स्थानों पर अपनी शूटिंग के लिए आवश्यक बेहतरीन सुविधाओं तक पहुंच सुनिश्चित करेंगे।

  • राजस्थान फिल्म शूटिंग विनियम, 2016

    PDF