करौली
लाल पत्थरों में चमकता शहर
यहाँ के रमणीक स्थल, शांतिमय तीर्थ, महल और सुसज्जित हवेलियाँ आकर्षित करती है पर्यटकों को। करौली मध्य-प्रदेश के बार्डर पर स्थित है तथा इसके दूसरे सिरे पर आप रणथम्भौर के शेरों की दहाड़ भी सुन सकते हैं। यहाँ की इमारतें लाल पत्थरों से बनी होने के कारण अलग से ही नजर आती है। करौली की प्राकृतिक सम्पदा विशेष तौर पर, यहाँ निकलने वाला लाल पत्थर है, जो कि पूरे भारत में सप्लाई किया जाता है। करौली के मुख्य दर्शनीय स्थाल यहाँ की चित्रांकित छतरियों और हवेलियों के वास्तुशिल्प में मुगल स्थापत्य शैली नजर आती है।