अलवर का सिटी पैलेस राजा बख्तावर सिंह द्वारा सन् 1793 ई. में निर्मित किया गया तथा इसकी वास्तुकला में राजपुताना व इस्लामिक शैलियों का सुन्दर समन्वय है।...
करौली का सिटी पैलेस, लगभग चौदहवीं सदी में राजा अर्जुनपाल द्वारा बनवाया गया था। उसके बाद अट्ठारहवीं सदी में राजा गोपाल सिंह ने इसके स्वरूप को निखारा।...
गजनेर थार का अतुलनीय गहना है. १ ७ ८ ४ में बीकानेर के महाराजा गज सिंह जी ने गजनेर पैलेस की स्थापना की थी, और तब झील के किनारे बीकानेर के महान महाराज गंगा सिंह ने इसे पूरा किया।...
कोटा महाराव दुर्जनशाल सिंह जी की महारानी तथा उदयपुर की राजकुमारी ब्रज कंवर जी ने यह कृत्रिम जलाशय किशोर सागर तथा जगमंदिर का निर्माण 1743-45 के मध्य करवाया गया था।...
मानसागर झील के बीच में बना अद्भुत जलमहल, पानी पर तैरता प्रतीत होता है। इसकी पाल (किनारे) पर रोजाना स्थानीय तथा विदेशी पर्यटक मनमोहक नजारा देखने आते हैं।...
राजपूती शान का प्रतीक और महल के साथ साथ गढ़ के समान सुदृढ और सुरक्षित है जूना महल। 13वीं शताब्दी में निर्मित जूना महल (ओल्ड पैलेस) एक सात मंज़िला इमारत है।...
बेडच या बेराच नदी के तट पर स्थित नगरी गाँव है, जो कि चित्तौड़गढ़ से 18 कि.मी. उत्तर में स्थित है। यह प्राचीन युग में ’माझीमिका’ या ’माध्यमिका’ नाम से जाना जाता था।...
दीवान मोहता नथमल, जो कि जैसलमेर राज्य में प्रधान मंत्री थे, उनके रहने के लिए यह हवेली बनाई गई थी। महारावल बेरीसाल द्वारा निर्मित, तथा दो भाईयों-हाथी और लूलू, जो कि बहुत ही जबरदस्त वास्तुकार थे, उन्होंने ही इस हवेली की वास्तुकला में सहयोग किया।...
रानी पद्मिनी का महल - मल सरोवर के किनारे पर बना ऐतिहासिक महल - रानी के लिए एकान्त शान्ति और पर्दे के इन्तिज़ाम के साथ। रानी पद्मिनी की सुन्दरता के क़िस्सों का इतिहास गवाह है। उनकी इसी सुन्दरता की छवि देखकर ही मुग़ल सम्राट अलाउद्दीन ख़िलजी ने उन्हें पाने के लिए चित्तौड़गढ़ पर हमला किया था।
महाराजा उम्मेद सिंह के शाही परिवार के सदस्यों के मनोरंजन के लिए सरदार समंद झील के किनारे पर बोट हाउस, स्विमिंग पूल, टैनिस तथा स्कवॉश के कोर्ट (मैदान) और पैदल-पथ बनवाए थे।...
यह बीसवीं सदी का महल, एकमात्र ऐसा महल है जो बाढ़ राहत परियोजना के अन्तर्गत निर्मित किया गया था। इस महल की शान को बरकरार रखने का श्रेय पूर्व महाराजा को जाता है।...
बून्दी का ‘‘चित्र महल’’ किसी ज़माने में बहुत शानदार बगीचों से भरपूर महल था, जिसमें विभिन्न कलात्मक फव्वारे लगे हुए थे तथा बहुत से तालाब थे, जिनमें विविध प्रजातियों की तथा अनोखी व विदेशी मछलियाँ हुआ करती थीं। चित्र का मतलब है ...