आभानेरी उत्सव
आभानेरी उत्सव का नाम, दौसा ज़िले के एक गाँव ’आभानेरी’ के नाम पर रखा गया है, जो कि आगरा रोड पर, जयपुर से लगभग 90 कि.मी. की दूरी पर है। इस दो दिवसीय उत्सव ने पूरी दुनिया के पर्यटकों में अत्यधिक प्रसिद्धि प्राप्त की है। इस बार यह उत्सव 11 से 12 अक्टूबर तक होने जा रहा है, जिसमें विभिन्न राजस्थानी और स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा कच्छी घोड़ी, कालबेलिया, घूमर और भवई आदि प्रदर्शन किए जाएंगे। सन् 2008 में, इस उत्सव की शुरूआत राजस्थान के पर्यटन विभाग द्वारा की गई थी तथा यह राजस्थान के लिए यह बहुत अधिक सार्थक और महत्वपूर्ण है। आभानेरी के गाँव का असली नाम ‘‘आभा नगरी’’ था, जिसका अर्थ होता है ‘‘आभा/चमक का शहर’’। यह स्थान, यहाँ पर स्थित एक हजार वर्ष से भी अधिक पुरानी बावड़ी ‘‘चाँद बावड़ी’’ के कारण बहुत प्रसिद्ध है। यह बावड़ी राजस्थान की अन्य बावड़ियों में सब से अधिक विशाल है। आइए, आभानेरी में होने वाले इस संगीतमय उत्सव का हिस्सा बनिए, इसमें भाग लीजिए और राजस्थान के पारम्परिक संगीत के देहाती आकर्षण में डूब जाइए।