बांसवाड़ा
सुनहरे द्वीपों का शहर
राजस्थान के सुदूर दक्षिणांचल में अरावली की सुरम्य पहाड़ियों के बीच स्थित बांसवाड़ा की स्थापना महारावल जगमालसिंह ने की। वागड़ (बांसवाड़ा - डूंगरपुर) - मेवाड़, मालवा एवं गुजरात की संस्कृति का संगम स्थल है। बांसवाड़ा प्राकृतिक, ऐतिहासिक, पौराणिक, पुरातात्विक, सांस्कृतिक, रमणीक, धार्मिक एवं कलात्मक दृष्टि से परिपूर्ण है। बांस, सागवान यहाँ बहुतायत में पाया जाता है। जंगल एवं पानी की प्रचुरता के कारण इसे राजस्थान का ‘चेरापूंजी’ कहा जाता है। वागड़ क्षेत्र को समृद्ध करने वाली ‘वाग्वर गंगा’ जिसे माही सागर कहा गया है, - माही बाँध के कारण बने टापुओं को ‘‘सिटी ऑफ हण्ड्रेड आईलैण्ड्स’’ के नाम से जाना जाता है।