विकासस्थान
विकास की नज़रों से राजस्थान
विकास | जून 14, 2018
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माउण्ट आबू का समर फैस्टिवल - (ग्रीष्म उत्सव)
उत्साह से भरपूर, संगीत, नृत्य, कपोल-कल्पित तथा विचित्र फंतासी, मजेदार खाना और सौहार्दपूर्ण, माउण्ड आबू में मनाया जाने वाला ‘समर फेस्टिवल’ (ग्रीष्म उत्सव) जो कि राजस्थान की संस्कृति के मूल तत्त्व को समाहित कर, बड़ी धूमधाम से स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों के साथ मिलकर मनाया जाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने मनोरंजन के लिए क्या करना पसंद करते हैं, परन्तु माउण्ट आबू में मनाया जाने वाला यह समर फैस्टिवल आपको आनंदित करने के लिए काफी है तथा यह आपको खुश करने एवं प्रेरणा देने के लिए बाध्य है। आइए, यहाँ आयोजित की जाने वाली संगीतमय शामों के भागीदार बनिए, यहाँ के स्थानीय भोजन का मजा लीजिए, नई रौशनी और नए ढंग के ग्रामीण खेलों का आनन्द लीजिए, और माउण्ट आबू के इस परिदृश्य और चित्रमाला के जादू भरे अहसास में डूब जाइए - यह तीन दिवसीय उत्सव आपको प्रोत्साहित करता है, आमंत्रित करता है, आपके जीवन में कुछ अच्छी, नई खुशियों के लिए!
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उत्सव के पीछे की कहानी
राजस्थान के एकमात्र हिल - स्टेशन माउण्ड आबू में ’समर - फैस्टिवल’ प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। यह उत्सव माउण्ट आबू के स्थानीय लोगों की गर्मजोशी, मित्रभाव, आवभगत और आतिथ्य को दर्शाता है, जो कि आने वाले हरेक पर्यटक का स्वागत खुले दिल से करते हैं। यह उत्सव इस हिल स्टेशन को नई रौशनी में दिखाता है, और राजस्थान की रंग भरी, जिं़दादिल, प्रफुल्लित और जीवंत ज़िन्दगी को सार्थक करता है। यह तीन दिवसीय फैस्टिवल, प्रतिवर्ष मई के दूसरे सप्ताह में आयाजित किया जाता है और यह राजस्थान की धनाढ्य, रंग-बिरंगी संस्कृति और जीवन को आनंदित करता है तथा उत्साहपूर्ण बनाता है। इस वर्ष माउण्ट आबू में समर फैस्टिवल 11 मई से 13 मई 2018 में मनाया गया।
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फैस्टिवल की शुरूआत
राजस्थान के सबसे अधिक दर्शनीय उत्सवों में से एक माउण्ट आबू का समर - फैस्टिवल है और माउण्ट आबू की प्राकृतिक सुन्दरता और सम्मोहन, इस फैस्टिवल के मूल तत्त्व को और अधिक मनभावन बना देते हैं। इस फैस्टिवल का शुभारम्भ गाथा गीत (बैलेड) के साथ किया गया तथा एक पारम्परिक जुलूस या हैरिटेज वॉक, जिसके बाद राजस्थानी और गुजराती लोक नृत्य तथा संगीत के कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। हैरिटेज वॉक की शुरूआत आर टी डी सी के होटल ‘शिखर’ से की जाती है तथा अन्त में सारी भीड़ नक्की लेक चौक पर आकर इकट्ठी होती है, जहाँ पर विभिन्न प्रकार के राजस्थानी तथा गुजराती नृत्यों तथा गीतों का प्रदर्शन किया जाता है। भावनाओं को झकझोर देने वाले गाथा - गीत, सम्मोहित कर देने वाले लोक नृत्य तथा कई प्रकार के गैर नृत्य, घूमर नृत्य और डफ की आवाज़ शुरू होते ही स्टेज पर अहम स्थान पाते हैं।
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मुख्य आकर्षण
उद्घाटन के समय होने वाली लोक कलाओं के प्रदर्शन के पश्चात्, कई प्रकार के खेल और प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं जैसे स्केटिंग दौड़, रस्साकशी प्रतियोगिता, फुटबॉल मैच, ’ख़ज़ाने की खोज’ नामक खेल (ट्रैजर हंट) और भी विभिन्न प्रकार के मजेदार खेल और प्रदर्शन होते हैं। इस वर्ष अधिकतर प्रदर्शन प्रसिद्ध और प्राकृतिक रूप से सुन्दर नक्की झील के चारों तरफ आयोजित किए गए। इस फैस्टिवल का सबसे अधिक दिलचस्प भाग, निश्चित रूप से यहाँ होने वाली सांस्कृतिक शामें होती हैं जो कि माउण्ड आबू के पहाड़ों और वादियों में, भारत के विविध भागों से लोक गायकों व कलाकारों को एक साथ इकट्ठा करती हैं। इस फैस्टिवल का एक और आकर्षण है - लुभावनी, कल्पात्मक संगीत शैली की ’शाम - ए - क़व्वाली’, जिसमें पूरे देश के विभिन्न भागों से प्रसिद्ध क़व्वाल या गायक, श्रोताओं का मनोरंजन करने के लिए आते हैं। तीन दिन के इस फैस्टिवल के दौरान, अलग अलग प्रकार के जोशीले और उत्तेजक कार्यक्रम व प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं और रोज़ाना शाम को सांस्कृतिक प्रदर्शन और मनोरंजन के विविध कार्यक्रम प्रतिदिन के लिए अलग-अलग बुक किए जाते हैं। दूसरे मुख्य आकर्षणों में महिलाओं के हाथ - पैरों पर मेंहदी लगाना तथा पुरूषों द्वारा पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता शामिल हैं। इस वर्ष रक्षा बलों द्वारा अस्त्र शस्त्रों का प्रदर्शन एक अलग ही प्रकार का सम्मोहित करा देने वाला कार्यक्रम था। खाने के शौक़ीन लोगों के लिए, यहाँ एक फूड - फैस्टिवल भी आयोजित किया गया था, जिसमें मजे़दार स्थानीय व्यंजन शामिल थे, जिनके स्वाद से लोगों में इन व्यंजनों को खाने की और अधिक इच्छा दिखाई दी।
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करिश्माई समापन
इस फैस्टिवल का तीसरे दिन चकाचौंध कर देने वाली आतिशबाजी के प्रदर्शन के साथ समापन हुआ, जिसमें पूरा आकाश रंग - बिरंगी चमकीली रौशनी से आच्छादित हो गया। माउण्ट आबू का यह बहुत ही शानदार परिदृश्य जीवंत हो उठा जब भव्य आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया जो कि साल दर साल कभी रूकने वाला नहीं है। माउण्ट आबू का समर फैस्टिवल आपको अपनी तरह का एक अलग ही अनुभव करवाता है जिसमें संगीत, व्यंजन, समारोह और अंतिम परन्तु किसी तरह से कम नहीं होता आतिशबाजी से जगमगाता आसमान।