प्रद्युमनस्थान
प्रद्युमन की नज़रों से राजस्थान
प्रद्युमन | नवंबर 15, 2018
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पुष्कर मेला देखने जाएं तो यह पाँच काम अवश्य करें
पुष्कर का पशु मेला, शीतकालीन उत्सव प्रतिवर्ष की भाँति, इस वर्ष 16 नवम्बर से 23 नवम्बर तक, पुष्कर के चित्ताकर्षक नगर में आयोजित होने जा रहा है - एक ऐसी नगरी जो कभी सोती नहीं। यह मेला यहाँ आने वाले यात्रियों और पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र होता है, जहाँ पर रंगों और ध्वनियों के ताल मेल के साथ विभिन्न गतिविधियाँ होती हैं जो आपको व्यस्त रखेंगी। अपने सुहावने रेत के धोरों और शांत पहाड़ियों के लिए की पहचाना जाने वाला पुष्कर, पारम्परिक मेले के आयोजन के लिए एक भव्य और शानदार वातावरण उपलब्ध कराता है। रंग बिरंगे सजीले पशुओं का हजारों की संख्या में एक साथ, एक जगह इकट्ठा होना, पशुधन, उनके खाने पीने का सामान संजोए खुशनुमा पहाड़ियों से सजे व्यापारी और ग्रामीण लोग, सब के लिए पुष्कर एक बेहतरीन स्थान है तथा यहाँ लगने वाला पशु मेला आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगा। क्या आप जानना चाहते हैं कि हमने पुष्कर मेले में आपके लिए और क्या क्या जमा कर रखा है? तो आइए यहाँ हम आपके लिए संभाल कर रखी गई एक सुरक्षित सूची प्रस्तुत करते हैं।
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कैन्डी स्टोर (चॉकलेट या आइस्क्रीम स्टोर) में एक बच्चे की तरह
अपने नज़दीकी दोस्तों रिश्तेदारों के साथ लाखों लोग इस पुष्कर पशु मेले में कई कई दिनों के लिए मस्ती करने, घूमने और ठहरने आते हैं। और मेले में यदि विशाल झूले और जोर जोर से घोषणा न हो तो वो मेला ही क्या! चुस्की गोले का मजा लीजिए और उछल कर बैठ जाइए बवंडर जैसे तेज़ तेज़, गोल गोल घूमने वाले झूले पर, जिस पर आपको उत्तेजना से भरपूर लोगों की भीड़ मिलेगी। अपने बचपन की याद ताजा करने के लिए इस उन्माद भरे मेले में आप भी स्वयं को उपहास में डुबो लीजिए।
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डैज़र्ट कैम्पिंग (रेत के धोरों के बीच शिविर)
इस मेले में तेज़ ठण्ड के दिनों में और बर्फीली रातों में, रेत के धोरों के बीच गर्म गर्म समोसे और कचौरी के साथ गर्म भाप निकलती चाय की चुस्कियों का मजा लीजिए। दिन के समय में मौसम में थोड़ी गर्मी और रात में तेज़ सर्दी आपको एहसास दिलाएगी कि इस रेगिस्तान में एक घुमन्तू बन कर रहना कैसा लगता है। सुबह जल्दी उठ कर टहलना और रात के दौरान रेत के धोरों पर कैम्प फायर (अलाव जला कर तापना) के अलावा आप उन अद्भुत कहानियों में आनन्दित और मग्न हो जाएंगे जो यहाँ के स्थानीय लोग सुनाते हैं।
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ओह, यहाँ का खाना
जब आप पुष्कर की गलियों और बाजारों में घूमें तो साथ में इस जगह के मजेदार खाने का स्वाद लें, जैसे मालपुआ और रंगों व वर्क़ से सजी बर्फी के साथ बड़ा सारा लस्सी का ग्लास और फिर मेले में घूम कर देखिए यहाँ की झिलमिलाती रोशनी आपकी आँखों को चकाचौंध कर देगी। पुष्कर के घाटों के चारों ओर बने हुए विभिन्न कैफे और रैस्टॉरेन्ट्स में भी आप अन्य प्रकार के खाद्य पदार्थों का स्वाद ले सकते हैं जहाँ आप जूस और सैण्डविच आदि का भी मजा ले सकते हैं। इंग्लिश ब्रेकफास्ट (अंग्रेजों की पसन्द का नाश्ता) से ले कर इटेलियन कुजीन्स (इटली के मजेदार व्यंजन) तक आपको यहाँ इतना कुछ मिलेगा कि जिनमें खाने के विकल्पों की कोई कमी नहीं है।
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इस सब में तरबतर हो जाइए (भीग जाइए, डूब जाइए)
इस बंजर रेगिस्तान और देहाती परिवेश की पृष्ठभूमि में, यह मेला आपके मन को जीवंतता प्रदान करने के साथ ही पूरा सुकून देगा। ऊँटों पर बैठे हरी - भरी पहाड़ियों के बिखरे रंग, यहाँ आने वाले यात्रियों के दिमाग को बहुत कुछ समझा देते हैं। आइए इस यादगार मेले में अपनी सैल्फी लीजिए और इसकी भव्यता और विविध रंगों में स्वयं को डुबो दीजिए। यहाँ टहलने पर हॉट एयर बैलून (गर्म हवा का बड़ा गुब्बारा) में बैठ कर यदि आप इस मेले का मनोहारी दृश्य देखें तो कैसा रहेगा ? अपनी पसन्द के विकल्प चुनिए क्योंकि आप हर प्रकार से सक्षम हैं यहाँ इस मेले के विभिन्न पहलू और दृश्य देखने के लिए। आइए, तीर्थयात्रियों द्वारा पुष्कर की पवित्र झील में तीर्थ यात्रियों को डुबकी लगाते हुए देखिए और इस मेले में ऊँटों की दौड़ को देखें और सम्पूर्ण भावनाओं के साथ अपनी आत्मा को सुखद एहसास दें। जैसा कि हर वर्ष यह देखा गया है कि पुष्कर के पशु मेले में पूरे पाँच दिनों तक लगातार मनोरंजक कार्यक्रम और जश्न मनाए जाते हैं जिसमें भाग लेने के लिए देश विदेश के प्रत्येक भाग से आने वाले यात्रियों व पर्यटकों का बड़ा तांता लगा रहता है। आप हम पर विश्वास कीजिए कि इस मेले के अन्तिम दिन, आप का मन चाहेगा कि यहाँ और अधिक रूकंे और इसका और आनंद लें।