मौलीस्थान
मौली की नज़रों से राजस्थान
मौली | अगस्त 7, 2018
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इस अगस्त माह में राजस्थान के रंगों और त्यौहारों का अनुभव लें
राजस्थान इतिहास, संस्कृति और उत्सवों का एक आदर्श उदाहरण है। जब आप राजस्थान के बारे में सोचते हैं तो आपकी कल्पना में इस राज्य की संस्कृति की खुशियों एवं समारोहों का सतरंगी और बहुरूपी रंगों का विस्फोट दिखाई देता है, जो कि यहाँ के लोगों के चित्त में गहराई तक बैठा हुआ है। इस शाही राज्य में त्यौहार और समारोह एक अनंत आवृत्ति है, जो लगातार चलते रहते हैं तथा प्रत्येक समारोह एक अनोखे और अलग ही अंदाज में मनाया जाता है। जितने अद्भुत ये त्यौहार और समारोह हैं, उतना ही इन सभी समारोहों में मेल जोल बढ़ाने और लोगों की भावनाओं को उजागर करने की तीव्र इच्छा और अपनापन मिलता है। हरेक अपनी उपस्थिति से आपस में जुड़ना चाहता है। इस तरह के समारोहों में भागीदार बनकर आप यहाँ के स्थानीय लोगों के जन जीवन में झांक कर देख सकते हैं और इस प्रकार आप राजस्थान की संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं, जो कि इस राज्य की धड़कन है। यहाँ पर इतना बहुत कुछ होता रहता है कि आपको हरेक समारोह पर नज़र रखना मुश्किल लगता है। इसलिए यदि आप इस अगस्त माह में राजस्थान देखने और घूमने की योजना बना रहे हैं तो आइए हम आपके लिए इसे आसान बना दें। यहाँ हम राजस्थान में होने वाले बड़े और प्रमुख समारोहों की लिस्ट दे रहे हैं, जिन्हें आप किसी भी हाल में देखना न भूलें।
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तीज के रंग
राजस्थान के सर्वाधिक लोकप्रिय त्यौहारों में से तीज का त्यौहार भी महत्वपूर्ण है। राजस्थान की महिलाओं, नव विवाहित स्त्रियों और नवयौवनाओं द्वारा मनाया जाने वाला तीज का त्यौहार, धार्मिक महत्व भी रखता है। जहाँ नवयौवनाएं अपने लिए अच्छा पति पाने के लिए प्रार्थना करती हैं तो वहीं पर विवाहित स्त्रियाँ देवी पार्वती की पूजा में बहुत सारे रीति रिवाज निभाती हैं तथा अपने पति परमेश्वर की कुशलक्षेम, कल्याण और चिरायु होने की कामना करती हैं। इसके साथ ही अपने वैवाहिक जीवन को सुखी बनाने के लिए भी प्रार्थना करती हैं। जयपुर में यह त्यौहार एक अलग ही जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिसमें पिंक सिटी पूरी तरह से रंगों में लिपटा नजर आता है और यहाँ की स्त्रियां सज धज कर, बढ़िया कपड़े पहन कर निकलती हैं, जिसमें वे उमंग और ताजगी से भरपूर दिखाई देती है। तीज का जुलूस, चाँदी की पालकी में तीज माता की चमकीली सजी धजी मूर्ति के साथ पुराने शहर में, दो दिन तक (13 और 14 अगस्त, इस वर्ष) निकाला जाता है। तब जयपुर के बाजारों और गलियों में खाने पीने की, हस्तकलाओं की दुकानें, लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां, कठपुतली के तमाशे और संगीत और नृत्य सब कुछ दिखाई देता है। यह एक ऐसा त्यौहार है जो आपको शहर की विविध रंग-बिरंगी संस्कृति में खो जाने के लिए बाध्य कर देगा।
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जयपुर में रात्रि-भ्रमण के लिए आइए
लगभग पिछले आठ वर्षों से आपने महसूस किया होगा कि ‘‘जयपुर बाई नाइट’’ आपको एक अनोखा और अद्भुत मंच प्रदान करता है जहाँ आप राजस्थान की संपन्न बहुमूल्य और बेशकीमती विरासत और संस्कृति को भली प्रकार जान और पहचान सकते हैं। अगस्त के महीने में पिंक सिटी आपको ’जयपुर बाई नाईट’ के लिए आमंत्रित करता है, आइए, शहर के बहुरंगी माहौल में खो जाइए। इस प्रसंग के पीछे की योजना और अभिप्राय यह है कि पिंकसिटी में आप ’नाइट - ट्यूरिज़्म’ से रूबरू हो सकें। ’‘नाइट - ट्यूरिज्म’’ इस बार 25 अगस्त और 1 और 2 सितम्बर, 2018 को मनाये जाने की योजना है तथा इस अवसर के लिए पर्यटकों में बेहद उत्साह और उमंग है, क्योंकि यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन गया है, जिसकी वे बेताबी से प्रतीक्षा करते हैं। ‘‘जयपुर बाई नाइट’’ के ज़रिए, राजस्थान और विशेषकर जयपुर की कला, संस्कृति, हुनर, हस्तकलाएं, विरासत और राजस्थान का ग्रामीण पर्यटन (विलेज ट्यूरिज्म) दिखाया जाता है, जिसमें पर्यटक शानदार संगीत, नृत्य, उत्तम दर्जे की पारम्परिक वस्तुओं की ख़रीदारी और बेशक़ मज़ेदार खाने का स्वाद भी ले सकते हैं। ’नाईट मैराथन’ (रात्रि दौड़) और महिलाओं द्वारा कार रैली से लेकर, खान-पान का उत्सव तथा ’बीबी रसेल’ द्वारा उनकी सुन्दर संजोई गई पोशाकों का संग्रह है जो कि विभिन्न कलाकारों द्वारा राजस्थान की शाही पोशाकों से प्रेरित होकर तैयार की गई हैं और साथ ही रॉक म्यूज़िक का सहवादन इस पूरे समारोह को और अधिक भाव विभोर कर देगा। यह सब देखकर आप अवश्य ही और भी देखना चाहेंगे।
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अपनी गाड़ियों के इंजनों को तेज चलाकर आइए जैसलमेर
ऑफ रोड रेसिंग में ‘डकार’ का सबसे बड़ा नाम है, जो कि दुनियां का सबसे ज्यादा खतरनाक और चुनौतीपूर्ण मोटर स्पोर्ट है। इन्होंने भारत में अपनी पहली उपस्थिति सन् 2017 में दर्ज कराई। इस बार अगस्त 2018 में 17 से 19 अगस्त तक ‘‘इण्डिया बाजा 2018’’ का लुत्फ उठाइए, जो कि डकार की इण्डियन फ्रैन्चाइज रैली होगी। पूरे विश्व में यह मोटर स्पोर्ट सब से ज्यादा मुश्किल जाना और माना जाता है। अपनी इस वंशावली को आगे बढ़ाते हुए, ‘‘द इण्डियन बाजा 2018’’ और भी अधिक भयंकर, थका देने वाला और अधिक चुनौतीपूर्ण होने का दावा करता है। यह एक क्रॉस कन्ट्री रैली होगी जो कि 400 कि.मी. कठिन ‘‘स्पैशल स्टेजेज़’’ और लगभग 150 कि.मी. ‘‘ट्रान्सपोर्ट स्टेजेज’’ की यात्रा करेगी। इस आयोजन में भाग लेने के लिए 16 जून से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं जो कि 16 अगस्त, 2018 को बंद हो जाएंगे।
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कजली तीज के उत्साह में डूब जाइए
बूंदी शहर तीज के उत्सव में एक और अनोखा सम्बन्ध जोड़ता है। इस वर्ष कजली तीज का उत्सव 28 और 29 अगस्त को मनाया जाएगा। यह उत्सव भी बहुत सारी परम्पराओं और रीति रिवाजों से भरपूर है जिनमें सबसे अधिक लोकप्रिय तीज माता का जुलूस है जो कि बूंदी के मुख्य बाजार से गुजरता है तथा अन्त में जाकर ’आज़ाद पार्क’ पर समाप्त होता है। इस जुलूस में लोक कलाकारों की मनभावन प्रस्तुति, हाथी, ऊँट और बैण्ड द्वारा प्रस्तुति शामिल है। इस दिन, इस उत्सव को मनाने का जोशीला उन्माद और उमंग बेहद प्रभावित करता है तथा आप स्वयं को इस समारोह की खुशियों में भागीदारी करने से नहीं रोक सकते। राजस्थान में आपके देखने और अनुभव करने की कोई सीमा नहीं है। यह राज्य आपको ऐसा अनोखा और अद्भुत अनुभव प्रदान करता है जहाँ आप अपने आप को इसकी रंग बिरंगी और उत्साहवर्धक संस्कृति में डुबो देंगे, जिसकी कोई सीमाएं नहीं हैं।