चंदास्थान
चंदा की नज़रों से राजस्थान
चंदा | नवंबर 16, 2018
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अनोखे पुष्कर मेले के साक्षी बनें, दर्शक बनें
हिन्दू कैलेन्डर के हिसाब से कार्तिक का महीना आठवां चन्द्रमास होता है और इसे सब से ज्यादा पावन माह माना जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार जब पवित्र पुष्कर की झील में धार्मिक हिन्दू तीर्थ यात्री स्नान करने के लिए आते हैं। जो कि हिन्दू धर्म में सर्वाधिक पवित्र नगरों में से एक माना जाता है। तो उसी दौरान थार मरूस्थल की ओर से लोग अपने ऊँटों को लेकर दुनियां के सब से बड़े पशु मेलों में से एक माने जाने वाले पुष्कर मेले में आते हैं। जहाँ ऊँट, घोड़े और अन्य पशुओं का भी जमावड़ा रहता है। पुष्कर का पशु - मेला कई दिन तक चलने वाला कलात्मक मनोरंजन से भरपूर मेला होता है। जहाँ आप थार के रेगिस्तान की कठिन परिस्थितियों में विचरते हुए पशुओं को देख सकते हैं तथा राजस्थान राज्य की संस्कृति में सराबोर हो सकते हैं। मेले का मुख्य आकर्षण यहां पर लगने वाला पशु - मेला और विशेष तौर पर चारों तरफ घूमते हुए ऊँट होते हैं। पुष्कर मेले में आने पर यहाँ की प्रमुखताएं, जिन्हें आपको अनुभव करना ज़रूरी है, इस प्रकार से है।
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ऊँट
यह मेला एक विशेष कारण से ’पुष्कर - ऊँट - मेला’ कहलाता है। थार के कठिनाईयों से भरे मरूस्थल में ऊँट ही ऐसा मज़बूत और साहसी पशु है, जो कि यहाँ के रहने वालों के लिए इस अप्रिय रेगिस्तान में जीवन को सम्भव बनाता है। ऊँटों को यहाँ पर उनके मालिक लेकर आते हैं, उनकी प्रदर्शनी लगाते हैं तथा बड़े उत्साह के साथ क्रय - विक्रय करते हैं। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए इस मेले में विविध प्रकार के कार्यकलाप हैं। पर्यटक यहाँ आकर ऊँट की सवारी का मज़ा ले सकते हैं, जहाँ आप ऊँट पर बैठ कर, मंद मंद, लहराते हुए, हिलते - डुलते हुए, रेत के धोरों पर सैर करने का एक यादगार अनुभव ले सकते हैं। आप यहाँ पर इस ऊँचे क़द के पशु को मालिक के कहने पर नाचते हुए देख सकते हैं और इन्हें रंग बिरंगी पोशाकों और झूल तथा रंगीन फंुदनों, झालरों, चमकते शीशों से सजा धजा भी देख सकते हैं।
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खेल / क्रीड़ाएं
जो लोग यहाँ आकर ग्रामीण खेलों का मज़ा लेना चाहते हैं, उन्हें भागीदारी करने के लिए यहाँ कुछ अनसुने, अद्भुत ग्रामीण खेल देखने को मिलेंगे। यहाँ पर रस्साकशी का खेल पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच आयोजित किया जाता है जो कि ‘टग ऑफ वॉर’ का स्थानीय हिंदी अनुवाद है। भारतीय अन्दाज़ में कुश्ती होती है। पर्यटकों के बीच एक बड़े आकर्षण का मैच होता है ’लगान स्टाइल क्रिकेट मैच’ (लगान फिल्म में जो खेला गया था), जहाँ विदेशी पर्यटकों की टीम का मुक़ाबला, भारतीय खिलाड़ियों / प्रतियोगियों के साथ होता है। यहाँ और भी कई प्रकार के खेल होते हैं, जिनमें आप भागीदारी कर सकते हैं, जिन में ‘लंगड़ी टांग’ तथा और भी कई अन्य खेल हैं।
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हस्तकलाओं का बाज़ार
वास्तव में यह एक पशु मेला है परन्तु आप यहाँ का ’हस्तकलाओं का बाज़ार’ भी देखना न भूलंे। पुष्कर मेले के इस बाज़ार में राजस्थान राज्य की हस्तकलाओं का विक्रय किया जाता है। जिनमें आप इस क्षेत्र की संस्कृति को देख सकते हैं और अपने साथ यहां की निशानी और सौग़ात के रूप में अपने जानकार लोगों को देने के लिए उपयुक्त उपहार ले जा सकते हैं।
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गतिशील जीवंत संगीत
पुष्कर मेले की शामें यहाँ प्रदर्शित / प्रस्तुत किए जाने वाले जीवंत संगीत से गूंज उठती हैं, जो कि इस मेले को यादगार बना देती हैं। यहाँ पर राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रदर्शन, पहले से मंत्र - मुग्ध श्रोताओं को, उनके संगीत द्वारा और अधिक सम्मोहित कर देता है। पुष्कर मेले के उत्साह और जोश में आप झूम जाइए और आप महसूस करेंगे कि इसमें डूबने के लिए और भी बहुत कुछ है। ये रहा पुष्कर मेले का आपका यात्राक्रम, जिसे देख कर आप अपनी यात्रा की और अच्छे से योजना बना सकेंगे।