आर्यनस्थान
आर्यन की नजरों से राजस्थान
आर्यन | 16 अगस्त 2017
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नीमराणा के लिए बिना तैयारी के प्रस्थान/यात्रा
क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आपके जन्मदिन मनाने की कोई योजना नहीं हो और मित्र- परिचित और अपने भी जन्मदिन पर आपके साथ न हों (सिर्फ एक को छोड़कर) । इस वर्ष का जन्मदिन मेरे लिए सचमुच यादगार रहा। 2 दिन की छुट्टी में हमारा कोई तय कार्यक्रम नहीं था। मई की एक रात (भोर में 3 बजे) हमने अपनी सड़क यात्रा के लिए ड्राइविंग शुरू की। हमारी कार की पैट्रोल टंकी भरी हुई थी,कुछ स्नैक्स भी हमारे साथ थे। हम गूगल के नक्शे का उपयोग करते हुए जयपुर की तरफ चले। करीब 2 घंटे बाद हम नीमराणा में थे। एक यादगार जन्मदिन मनाने के लिए हमने यहीं स्थान चुना। अगर हमने नक़्शे की मदद नहीं ली होती तो हम गलत मोड़ मुड़ सकते थे। महल तक पहुँचने के बाद सामने एक विशाल द्वार था, जो कभी हाथियों के आने-जाने का मार्ग प्रशस्त करता था। उसी विशाल दरवाजे में एक छोटा-सा दरवाजा भी था। गार्ड ने बताया कि महल का द्वार 11 बजे खुलेगा लेकिन अगर हम अभी कमरा बुक करवा लेते हैं तो हमें इसमें तुरंत प्रवेश मिल जाएगा । स्मार्टफोन के लिए ईश्वर का आभार। जिसकी मदद से हमने गेरू (टैराकोटा पैलेस) महल में एक किफायती कमरा बुक करा लिया। और हम एक राजा की तरह अन्दर आये । हमें बताया गया कि कमरे की चाबी दो बजे दी जायेगी।पर अतिरिक्त भुगतान करने पर बारह बजे मिल सकता है, हमने वहीं किया। साथ ही हमें जन्मदिन के उपलक्ष्य में जलज महल का कमरा मिला।
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कमरे के बारे में
हमारे कमरे तक पहुँचने का रास्ता इतना भव्य था कि हमने खुद को राजा मान ही लिया । कमरा और भी भव्य और सुंदर था। स्थापत्य और द्वार पुराने थे पर भीतर का शाही अंदाज हैरान कर देने वाला था। पास के छज्जे (बालकनी) से जलाशय दिखता था जहाँ हम मछलियों को देख सकते थे। महल पहाड़ी की तरफ बनाया गया था इसलिए हमारे स्नानघर की एक दीवार पहाड़ी की तरफ थी। एक ढलान वाली गहरी चट्टान पूरे कमरे को महल जैसा बनाती थी।
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दिन के बारे में
दिन में गर्मी ज्यादा थी, वैसे भी मई का महीना गर्म होता है। और इस गर्मी ने हमें कई गतिविधियों को करने से रोक दिया। उसमें से एक बड़ी रोमांचक गतिविधि थी जिप लाइन (फ्लाइंग फाक्स) ये भारत में नया है। जिप लाइन की अनोखी अनुभूति के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। आप पंछी की तरह आकाश में होते हैं और बादल की तरह जमीं को छूते हुए निकल जाते हैं। इसके बाद हमने नीमराणा बावड़ी की ओर कदम बढ़ाये। ये 9 मंजिला भूमिगत संरचना 20 फीट ऊँची है। इसकी गहराई से इसकी भव्यता का अनुमान लगाया जा सकता है। सच कहें तो यह बावड़ी से ज्यादा गढ़ी लगती है। इसके बाद हमने कमरे में अपना ज्यादातर समय बिताया। दिन के भोजन के लिए हवामहल रेस्टोरेन्ट चुना जो मुगल स्थापत्यकला से निर्मित है। इसकी दीवारें और मेहराब श्वेत हैं। हमने साधारण भोजन क्लब सैंडविच और चिकन पिज्जा का आर्डर (आदेश ) दिया। पर जब हमने पिज्जा आते हुए देखा तो घबरा गये। यह थाली (प्लेट) के आकार का था और बड़ा मोटा दिख रहा था। पर पहला टुकड़ा मुँह में लेते ही हमारे सारे भ्रम दूर हो गये। पनीर और इसका भराव सभी शानदार था। यहाँ तक कि सैंडविच भी अच्छा-खासा बड़़ा था कि हम दोनों मिलकर भी इन दोनों व्यंजनो को पूरा नहीं खा पाये।
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दिन का अंत
शाम की ठंडक होते ही हमने महल की ओर रूख किया। कुछ स्थल केवल उसके निवासियों के लिए खुलते हैं (ये हम थे) इसकी भव्यता और सुन्दरता ने हमें अवाक् कर दिया। मैं अभी तक इसकी विशालता की अनुभूति से गद्गद् हूँ। यहाँ आकर आप घाटी के अद्भुत दृष्यों का आनन्द ले सकते हैं। सुंदर रोशनी के साथ दो स्विमिंग पूल, पहाड़ी पर खुला रेस्टोरेंट भी यहीं है। पेय पदार्थ के लिए और डिनर के लिए हम हवामहल रेस्टोरेन्ट ही गये। पिछले अनुभव से सबका लेते हुए हमने इस बार राजस्थानी व्यंजन जैसे गट्टे, बाजरा की रोटी चखी। मेरे जन्मदिन के उपलक्ष्य में दूध की बनी मिठाई परोसी गई। हमने बार से बीयर की बोतले खरीदी और हवामहल रेस्टोरेन्ट की छत पर गये जहाँ कुछ टेबल और कुर्सियां लगी थी। ठंडी हवा और शांति ने हमे बांध दिया। पहाड़ियों से चहलकदमी करती रोशनी हमारी शांति से लुकाछिपी खेलती रही। हम कल्पना लोक में थे, रात में राजा अपने राज्य के दौरे पर निकलते होंगे ...। यहाँ से उठ कर जाने के लिए मन गवाही नहीं देता था लेकिन जाना तो था। आप वास्तविकता से बच नहीं सकते। नीमराणा सचमुच एक खूबसूरत जगह है। ऐश्वर्य विरासत और परम्परा का दिलकश संगम है ये। इस यात्रा में हमारा 2 लोगों का 9000 रूपये का खर्चा हुआ जिसमें हमारा डेढ़ दिन का किराया भी सम्मिलित है। पर यहाँ का अनुभव हमारे खर्चे की पूरी कीमत था।यद्यपि कोई बड़ा उत्सव या पार्टी नहीं थी फिर भी यह जन्मदिन निश्चित रूप से सर्वश्रेष्ठ यादगार उपहार था।